1. यूं जो छुप छुप कर मुस्कुराते हो,
बड़े खुश नजर आते हो।।
लगता है पहली मोहब्बत है,
जो औरों से इतना इतराते हो।।
2. तेरी ये झुकी नजर, और ये नजारे,
जैसे आश्मां में चांद, और ये सितारे।
और कैसे बयां करे इस हुस्न ए बहार को,
मानो खुदा ने कुछ नूर इस जमीं पर उतारे।।
3. ये आंखे मदहोश है, देख तेरे चेहरे को,
किसी और कि तस्वीर इन्हे जंचती नहीं है।।
कहीं नजरों से नजर ना लग जाए तुमको,
ये आंखे है, जो तेरे चेहरे से हटती नहीं है।।
4. कितना सुकून मिलता था मुझे नींदों में,
कमबख्त, वो भी आज कल उड़ी हुई है।।
ना जाने कौन सा जादू हुआ है, तुझे देखकर,
ये आंखें, तेरे ही चेहरे पर अटकी पड़ी हुई है।
मै जितना दूर जाऊं, उतना करीब आ जाता हूं।
ये नशा ए इश्क़ है,
या शायद, बिन पिए ही यारा, मुझे चड़ी हुई है।।
5. मै खामोश रहूं, ये भी उन्हें मंजूर नहीं।
वो नाराज है, उन्हे बांते मेरी, अच्छी नही लगती।
ये कैसा प्यार है हम दोनो के दर्मियां,
आंखे बयां करती है राज, जुबां सच्ची नहीं लगती।
-- आलोक कुशवाहा --
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Romantic





Wha wha kya baat hai
ReplyDeleteSukriya 😇
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