1. जल्द आऊंगा कहकर,वो छोड़ गए मुझे,
मै उनकी याद में खत पर खत लिखता रहा।
और वो जुबां से क्या क्या कह गए मुझे,
मै ख़ामोश चेहरे के अल्फ़ाज़ पढ़ता रहा।।
2. कब तक नजरअंदाज करोगे मेरे इस्क को,
कब तलक मुझे तेरी तलाश में तड़पाओगे।
एक मौका दो मुझे खुद को साबित करने का,
कब तलक मेरे गमों की महफ़िलो से दूर जाओगे।
हां तुम्हारे दरवाजे पर भले ही पहरेदार खड़े है।
पर अपने जहन में मेरी यादों को कैसे रोक पाओगे।।
3. कभी बड़े मशहूर थे,आशिक़ के नाम से,
मोहब्बत तो मिली, महबूब ना मिला।।
कुछ इस कदर खंजर चलाए इस दिल पर,
ज़ख्म तो मिले, कोई निशान ना मिला।
चल पड़े, दुनिया को ये दास्तां सुनाने,
मगर दस्तूर ही कुछ ऐसा था,
मेहनत तो मिली मेहरबान ना मिला।।
4. मै सूरज सा तप रहा हूं कोई चांद की ठंडक दिला दो।
मेरे दिल की बंजर जमीं पर खुशबूनुमां फूल खिला दो।
और लफ़्ज़ ना है शेष हाल ए दिल सुनाने को,
हुआ है फिर मगन ये दिल कोई फिर से दुखा दो।
मोहब्बत नाम से ना जाने कितनो ने की है साजिशे,
करके मोहब्बत फिर कोई एक बार मुझको रुला दो।।
5. जरा ठहरते पल दो पल, समां सुहाना था।
बैठते संघ, मिलकर कुछ वक्त बिताना था।
पर फुरसत ही कहां थी तुम्हे अपने कामो से,
वैसे पीछा छुड़ाने का अच्छा बहाना था।।
-- अलोक कुशवाहा --
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Heart broken





Very good brother
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